“नव प्रभात की नई किरण मै।”

बुझी बुझी चिंगारी हूं मैं,आशा लेकर आई हूं। नव प्रभात की नई किरण मैं,उषा बन कर आई हूं।। नए जोश की नई हवाएं,राख उड़ा ले जाएंगी। नए सत्र के नए … Continue reading “नव प्रभात की नई किरण मै।”